Indira Awas Yojana (IAY), जो अब प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (PMAY) है, भारत सरकार द्वारा एक सामाजिक कल्याण योजना है।  

इसे 1985 में राजीव गांधी द्वारा समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए घर बनाने के लिए घर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू किया गया था 

1,20,000 रुपये की राशि 4 किस्तों में दी जाती है।   पहली क़िस्त - 25000 रुपये  दूसरी क़िस्त - 40000 रुपये  तीसरी क़िस्त - 40000 रुपये  चौथी क़िस्त - 15000 रुपये 

जैसे जैस घर का निर्माण होता जाता है सभी क़िस्त बारी बारी से किसान के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाती है।  

शौचालय निर्माण के लिए ₹12,000 की वित्तीय सहायता मिलती है। निर्माण को मनरेगा और अन्य योजनाओं के साथ सहयोग करना चाहिए। 

लाभार्थियों का चयन सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना (एसईसीसी) से प्राप्त मानदंडों के अनुसार किया जाता है। इन्हें आगे ग्राम सभा द्वारा सत्यापित किया जाता है। 

29 नवंबर, 2021 तक कुल 2.95 करोड़ के लक्ष्य में से 1.65 करोड़ PM Awas Yojana Rural घरों का निर्माण किया जा चुका है। 

Indira  Awas Yojana पात्रता तब मान्य होती है जब लाभार्थी या उसका परिवार देश भर में किसी भी पक्के घर का मालिक नहीं होना चाहिए।