भारत की अधिकांश जनता गाँवों में निवास करती है ,और अधिकतर लोगो के पास अपना खुद का घर नहीं है।  

गाँवो की अधिकतर जनता कच्चे घरो में निवास करती है , ज्यादातर लोग खुद के द्वारा बनाये गए कच्चे घरों में रहते है  

लक्ष्य समूह में ऐसे परिवार शामिल हैं जो किसी गांव की ग्राम सभा द्वारा चिन्हित गरीबी रेखा से नीचे (BPL) हैं।  

घर का आकार कम से कम 25 वर्ग मीटर होगा। बिजली और बिजली आपूर्ति सहित सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ।  

यूनिट सहायता 1.20 लाख रुपये मैदानी एवं पहाड़ी एवं अन्य दुर्गम क्षेत्रों में बनाये जाने वाले मकानों के लिए 1.30 लाख रुपये दिये जाते हैं।   

पहली क़िस्त - 25000 रुपये  दूसरी क़िस्त - 40000 रुपये  तीसरी क़िस्त - 40000 रुपये  चौथी क़िस्त - 15000 रुपये  

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGS) से लाभार्थी 90/95 दिन के अकुशल श्रम के हकदार हैं। 

आवेदनकर्ता पहले से कोई राज्य सरकार अथवा केंद्र सरकार की आवास योजना का लाभ नहीं ले रहा होना चाहिए।